Tuesday, 19 June 2018

दिल क्यू मचलता है 'आशीष'


अभी नफरत है मुहब्बत का कहर भी आएगा
ओ होगी मेरी, मेरी चाहत का असर भी आएगा
क्या जाने किस जहां मे हुआ है गुम वो
मुकम्मल तलाश होगी तो नजर भी आएगा
छुपा रखा है दुनिया ने कहां उसको मुझसे
उम्मीद है ये कभी उसका कोई खबर भी आएगा
मुझे दर्द दो जितनी आरजू है रात हिज्र की
ढल जाएगी तेरी उम्र तो सहर भी आएगा
भटक रहा हू वीरानों मे अभी तक ये सोचकर
घने जंगलों के बाद एक शहर भी आएगा
अब शौक हमे भी नहीं दुनिया में रहने की
जिंदगी आई है तो एक दिन जहर भी आएगा
परिंदा को देख कर दिल क्यू मचलता है 'आशीष'
भरम ये रखो कभी अपना कोई पहर भी आएगा

Tuesday, 9 January 2018

ये जहां उसकी है वो जहां मेरी (Ashish Yan)

कभी चलता था जमाना यहां वहां मेरी
अब कोई नहीं सुनता कुछ कहा मेरी
लोग बेरुखी से सर छुपाकर चलते बनते है
के फकत मौहुम सी हो गई दास्तां मेरी
यकी होता नहीं अब खुद पर भी मुझको
ना जिस्म मेरा है ना जां मेरी
अजाब  इतना कि मर जाऊ मरता नहीं
गम को सुला देती है ये नशा मेरी
कलम तो टूट गई अब लिखते लिखते
काश न होती ऐसी बेबस जुबां मेरी
आने वालों की कतारें लगी ही रहती थी
भरे हुए हैं और भी करामातें दुनिया में
पर करती नहीं तारीफ किसी की बयां मेरी 
क्यू पूछते हो क्यू बंद हुई दुकां मेरी
'आशीष ' किस बात की गुरूर है तुझको
ये जहां उसकी है वो जहां मेरी.
✍✍✍✍✍✍✍✍

Tuesday, 21 November 2017

कही कोई हमारा होता, कभी कोई सहारा होता,
तू अगर ना होती, कहो कैसे गुजारा होता
तेरे दिल में चल बसा था, तेरे दिल से चल बसा हू
जो दिन अब भी ओ होते, तो कैसा नजारा होता
दिल मे अंगारे धधक रहा है, आंगन में लगी आग है
बुझ जाती बिन बुझाए ही, जो पास नदी का किनारा होता
निकलकर अश्क आँखो से रुक जाते हैं अधरों पर आकर
चुराकर इसे पी लेता, ग़र इतना न ए खारा होता
दिल पत्थर बन चुका है इश्क की तपिश को सह कर
 क्या हाल ऎसा होता, जो ये दिल तुम्हारा होता 

  • www.ashishyan4poem.blogspot.com

Thursday, 14 September 2017

एक छोटा सा काम करो और उम्र भर नेट चलाओ मुफ्त में

ये मेसेज दिल्ली के पटपड़गंज से आया है। एक आदमी सुबह जैसे ही नहाने गया नल के अंदर से पहले 700 लीटर पानी आया फिर फुस्स-फुस्स की आवाज के साथ दो बाल्टी वाई-फाई से भर गई। आदमी डर के पीछे हट गया कि अब कहीं नल से बिजली जाए। इस चमत्कार से प्रभावित होकर उसने केजरीवाल के नाम से 50 पर्चे छपवा कर बांटे तो उसके नोकिया 1100 मोबाइल में भी wifi के सिग्नल पकड़ने लगे।
😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊

Sunday, 23 July 2017

कर्म तथा सफलता की वाणी


'आशीष' कर्म कीजियो
मन, ध्येय, देह लगाए |
व्यर्थ कभी ना जाएगा
सतफल ही सदा पाए ||

आत्म वाणी सुनकर
कर्म करो पुरजोर  |
लख बाधा होत भी
सफल होओगे चहुंओर ||




Tuesday, 11 July 2017

सोचता हु कि वो कितना मासूम थी क्या से क्या हो गई देखते देखते
जाम से प्याला भरा था अभी तक खत्म कब हो गई देखते देखते
उनके राहो पर दिल के मंजर से चुन चुनकर कितने फूल बिछाया
सख्त लहजों से मसलकर मेरे मन को कहा चली गइ देखते देखते
गम की बदलियों को छांट कर उनके आलम को मैने आराइश किया
दुख का पलड़ा झुका मेरे हिस्से अब जिंदगी दोजख हो गइ देखते देखते
ठोकरो से अनुभवो से सीख लिया मुहब्बत ना करुंगा किसी से कभी
उनसे आंखें लड़ी और मुहब्बत हुई अनुभव फीकी पड़ी देखते देखते
तु मिली हमसफर तो तराश लिए हम तसव्वुर का अपना मकां
एक झोंका आ तवस्सुम छिन लिया और आशियां टुट गई देखते देखते

Sunday, 18 June 2017

सामने आया Facebook का चौंकाने वाला सच आप भी पढ कर दंग रह जाओगे !


फेसबुक की हकीकत: 

काली-कलूटी लड़की फेसबुक पर नाम White Angel, 

मोटा गैंडा लड़का फेसबुक पर नाम Smart Guy, 

अँधेरे से भी डरने वाला लड़का फेसबुक पर नाम The Killer,

मोहल्ले की सबसे देसी लड़की फेसबुक पर नाम Princess Rocks

 45 साल की आंटी फेसबुक पर नाम The Doll Returns 

60 साल का बाबा फेसबुक पर नाम The King 

ऐसे फेसबुक नामों से सावधान क्योंकि हो सकता है कि आप भी इनका शिकार हो जायें। 

दिल क्यू मचलता है 'आशीष'

अभी नफरत है मुहब्बत का कहर भी आएगा ओ होगी मेरी, मेरी चाहत का असर भी आएगा क्या जाने किस जहां मे हुआ है गुम वो मुकम्मल तलाश होगी तो नजर...